
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लॉक में स्थित स्वर्गीय बिंदेश्वरी बघेल की स्मृति में स्थापित बिंदेश्वरी पार्क एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार कारण गंभीर है। इस पार्क में अवैध बिजली चोरी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसके चलते स्थानीय कांग्रेस नेता और पूर्व सदस्य राजेश साहू के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
मामले का विवरण
बिंदेश्वरी पार्क का उद्घाटन 10 जुलाई 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। यह पार्क उनकी मां स्वर्गीय बिंदेश्वरी बघेल की स्मृति में बनाया गया था, जहां उनकी प्रतिमा का अनावरण भी हुआ था। लेकिन हाल ही में प्राप्त शिकायतों के आधार पर राजस्व, विद्युत विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने ग्राम भरदाट में स्थित इस पार्क और उसकी कैंटीन में छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान खुलासा हुआ कि पिछले दो वर्षों से पार्क और कैंटीन में निम्नदाब लाइन से डायरेक्ट हुकिंग के जरिए थ्री-फेज बिजली सप्लाई का अवैध उपयोग किया जा रहा था। जांच में 14,860 वॉट का अवैध भार पाया गया। कार्रवाई के दौरान 659 एमएम का चार कोर काला केबल, 50 मीटर वायर और अन्य उपकरण जब्त किए गए, साथ ही अवैध बिजली सप्लाई को तत्काल बंद कर दिया गया।
कार्रवाई और आरोप
इस मामले में पार्क और कैंटीन के संचालक, कांग्रेस नेता और पूर्व सदस्य राजेश साहू के खिलाफ विद्युत विभाग ने कार्रवाई की है। डौंडीलोहारा एसडीएम, तहसीलदार, देवरी थाना प्रभारी, और बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता (ईई), कनिष्ठ अभियंता (जेई), और सहायक अभियंता (एई) की मौजूदगी में यह कार्रवाई पूरी की गई।
स्थानीय स्तर पर इस घटना ने हड़कंप मचा दिया है। बिजली चोरी का यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठाता है, बल्कि एक प्रतिष्ठित स्मारक स्थल के दुरुपयोग को भी उजागर करता है।
क्या है बिंदेश्वरी पार्क?
बिंदेश्वरी पार्क पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मां स्वर्गीय बिंदेश्वरी बघेल की याद में बनाया गया था। यह पार्क सामुदायिक गतिविधियों और सांस्कृतिक आयोजनों का केंद्र रहा है। लेकिन इस घटना ने इसकी छवि को धक्का पहुंचाया है।
आगे की जांच
फिलहाल, विद्युत विभाग और प्रशासन इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस बिजली चोरी में अन्य लोग भी शामिल हैं? जांच के नतीजे आने के बाद इस मामले में और सख्त कार्रवाई की संभावना है।
हम इस मामले में आगे की अपडेट्स आपके लिए लाते रहेंगे।