
बालोद, 23 जुलाई 2025: जिले के ग्राम कजराबांधा के निवासी ईश्वर साहू और उनकी पत्नी ललिता साहू अपनी एक साल की बेटी ईशिका की जान बचाने के लिए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। जन्म से ही ईशिका की आहार नली विकसित नहीं हो पाई है, जिसके कारण वह न तो सामान्य रूप से खाना खा सकती है और न ही सांस ले सकती है।
डॉक्टरों ने बच्ची के शरीर में एक पाइप के जरिए भोजन और सांस का संचालन किया है, लेकिन उसकी स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है। माता-पिता ने अब तक इलाज में 15 लाख रुपए खर्च कर दिए हैं, लेकिन एक महत्वपूर्ण सर्जरी अभी भी बाकी है। आर्थिक तंगी के चलते परिवार अब पूरी तरह टूट चुका है और उनके पास कोई और रास्ता नहीं बचा।
ईश्वर साहू ने भावुक होकर कहा, “हमारी बेटी की जिंदगी एक पाइप पर टिकी है। हमने सब कुछ बेच दिया, लेकिन अब हमारे पास कुछ नहीं बचा। हम सरकार से अपील करते हैं कि हमारी बच्ची की जान बचाने में मदद करें।”
परिवार ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है ताकि ईशिका की सर्जरी हो सके और वह सामान्य जिंदगी जी सके। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जानकारी मिलने की बात कही है और जल्द ही उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।