छत्तीसगढ़

सनसनीखेज हत्याकांड: ससुर की हत्या में बहू और सहयोगी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ बालोद

 

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के खड़ेनाडीह गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। डौण्डीलोहारा पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर इस जघन्य अपराध के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक मनोहर निर्मलकर की हत्या उसकी बहू गीता निर्मलकर और उसके सहयोगी लेखराम निषाद ने मिलकर बिजली का करंट लगाकर की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1) और 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

घटना का विवरण

17 जुलाई 2025 को डौण्डीलोहारा थाने में बड़गांव निवासी भानूराम निर्मलकर ने सूचना दी कि खड़ेनाडीह निवासी मनोहर निर्मलकर की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मुकेश सिंह और उनकी टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। शव का निरीक्षण करने पर मृतक के चेहरे और गले पर खरोंच, चोट और जलने के निशान पाए गए, जो हत्या की ओर इशारा कर रहे थे।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मनोहर की मृत्यु बिजली का करंट लगने से हुई, और यह हत्या का मामला था। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और मृतक की बहू गीता निर्मलकर से पूछताछ की।

हत्या की साजिश का खुलासा

पूछताछ में गीता ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि ससुर मनोहर शराब के नशे में अक्सर गाली-गलौज और मारपीट करता था। वह उस पर बुरी नजर रखता था, जिससे तंग आकर उसने मनोहर को रास्ते से हटाने की ठान ली। गीता ने अपने पड़ोसी लेखराम निषाद से संपर्क किया और हत्या की साजिश रची।

लेखराम ने गीता को बिजली का तार, प्लास्टिक ग्लव्स और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई। 16 जुलाई 2025 की रात 11 से 12 बजे के बीच, जब मनोहर अपने घर की छत पर सो रहा था, गीता ने लोहे का सब्बल पकड़ा और लेखराम ने बिजली के तार को बोर्ड में लगाकर मनोहर के गले, चेहरे और माथे पर करंट लगाया। करंट से मनोहर की तत्काल मृत्यु हो गई।

इसके बाद, दोनों ने सबूत छिपाने की कोशिश की। गीता ने मृतक के चेहरे पर हल्दी, तेल और गुलाल लगाया, ताकि हत्या को दुर्घटना का रूप दिया जा सके। लेखराम ने परिवार को बताया कि मनोहर की मृत्यु साइकिल से गिरने के कारण हुई और वह बड़गांव भाग गया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर और एसडीओपी देवांश राठौर के मार्गदर्शन में डौण्डीलोहारा पुलिस ने गहन जांच की। गीता निर्मलकर के घर से लोहे का सब्बल, गमछा और अन्य सामग्री जब्त की गई, जबकि लेखराम के घर से प्लास्टिक ग्लव्स, बिजली का तार, प्लग, साइकिल और मोबाइल बरामद किया गया।

पर्याप्त सबूतों के आधार पर दोनों आरोपियों को 18 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।

आरोपियों का विवरण

1.  गीता निर्मलकर (उम्र 30 वर्ष), पति गौकरण निर्मलकर, निवासी खड़ेनाडीह, थाना डौण्डीलोहारा, जिला बालोद।

2.  लेखराम निषाद (उम्र 45 वर्ष), पिता स्व. फकीर राम निषाद, निवासी बड़गांव, थाना डौण्डीलोहारा, जिला बालोद।

पुलिस टीम की सराहना

इस त्वरित कार्रवाई में थाना प्रभारी मुकेश सिंह, सहायक उपनिरीक्षक अनित राम यादव, साइबर सेल बालोद और अन्य पुलिस कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस मामले ने पुलिस की सजगता और त्वरित जांच की मिसाल पेश की है।

यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद की दुखद परिणति है, बल्कि समाज में नैतिकता और कानून के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर करती है।

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