धरसींवा में 1.36 करोड़ के विकास कार्यों का शुभारंभ: विधायक अनुज शर्मा ने किया भूमिपूजन
रायपुर, छत्तीसगढ़

धरसींवा विधायक अनुज शर्मा ने मंगलवार को ग्राम बरबंदा और सिलतरा में 1 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत वाले विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा और सामुदायिक विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
विकास कार्यों का विवरण:
• ग्राम बरबंदा: स्वामी आत्मानंद हिंदी/अंग्रेजी उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नवीन भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार रुपये की स्वीकृत राशि।
• ग्राम सिलतरा: सेन समाज भवन निर्माण के लिए 15 लाख रुपये की स्वीकृत राशि।
शाला प्रवेशोत्सव और साइकिल वितरण:
ग्राम सिलतरा में भूमिपूजन के साथ-साथ शाला प्रवेशोत्सव और दिव्यांग साइकिल वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। विधायक अनुज शर्मा ने स्कूल भवन और अतिरिक्त कक्षों का भूमिपूजन किया, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएँ मिलेंगी।
शिक्षा पर जोर:
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विधायक शर्मा ने शिक्षा को आत्मनिर्भरता और सामाजिक विकास का आधार बताया। उन्होंने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों से मेहनत और लगन से पढ़ाई करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ की डबल इंजन भाजपा सरकार, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठा रही है। विगत डेढ़ वर्षों में शिक्षा के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।”
नई शिक्षा नीति का प्रभाव:
विधायक ने केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति (NEP) की सराहना की, जो शिक्षा को रोजगार से जोड़कर युवाओं का भविष्य उज्ज्वल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। समग्र शिक्षा योजना के तहत स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हो रहा है, जिससे छत्तीसगढ़ के छात्रों को बेहतर अवसर मिल रहे हैं।
उपस्थित गणमान्य:
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, जिला पंचायत सभापति सविता चंद्राकर, जनपद अध्यक्ष शकुंतला ढिलेंद्र सेन, उपाध्यक्ष दिनेश खूंटे, जनपद सभापति रूखमणि वर्मा, मंडल अध्यक्ष हरिशंकर वर्मा, डॉ. के.के. वर्मा, साधु राम दीवान, मीरा मढरिया, स्कूल के बच्चे, पालक, शिक्षक और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में धरसींवा क्षेत्र में शिक्षा और सामुदायिक विकास की दिशा में यह एक और महत्वपूर्ण कदम है। इन परियोजनाओं से न केवल स्थानीय समुदाय को बल्कि भावी पीढ़ियों को भी लाभ होगा।