
धरसींवा विधानसभा के खरोरा तहसील के ग्राम आलेसुर, पचरी, छडिया, मंधईपुर, और मोतिमपुर खुर्द के ग्रामीणों ने मेसर्स नलवा स्टील एण्ड पावर लिमिटेड की प्रस्तावित खदान की लोक सुनवाई को रद्द करने की मांग को लेकर विधायक अनुज शर्मा को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने विधायक निवास पर पहुंचकर अपनी समस्याएं बताईं और खदान के संभावित दुष्प्रभावों पर चिंता जताई।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रस्तावित खदान से आसपास के छह गांव प्रभावित होंगे। खनन क्षेत्र की निकटतम बस्तियों से दूरी इस प्रकार है:
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पचरी: उत्तर-पश्चिम दिशा में 90 मीटर
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छडिया: पश्चिम दिशा में 140 मीटर
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मंधईपुर: उत्तर दिशा में 170 मीटर
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नहरडीह: 400 मीटर
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मोतिमपुर: दक्षिण दिशा में 230 मीटर
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आलेसुर: उत्तर-पूर्व दिशा में 350 मीटर
ग्रामीणों ने कहा कि खनन क्षेत्र की जनजीवन से नजदीकी (90 से 400 मीटर) के कारण ध्वनि प्रदूषण और ब्लास्टिंग से उत्पन्न कंपन से गांवों के मकानों की नींव को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि गांवों में भूकंपरोधी निर्माण तकनीक का उपयोग नहीं हुआ है, जिससे मकानों को गंभीर खतरा है।
इसके अलावा, खनन कार्य दो शिफ्ट में होने से भारी वाहनों का मध्यरात्रि तक आवागमन होगा, जिससे ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित होगी। खनिज परिवहन के लिए भारी वाहनों के निरंतर आवागमन से स्कूलों के पास रहने वाले बच्चों की सुरक्षा और भविष्य को लेकर भी ग्रामीण चिंतित हैं।
ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से मांग की कि नलवा स्टील एण्ड पावर लिमिटेड की खदान की लोक सुनवाई को रद्द किया जाए।
विधायक अनुज शर्मा का आश्वासन
विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा ने ग्रामीणों की समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनीं और आश्वासन दिया, “आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। मैं हमेशा आपके साथ हूं। हम सब मिलकर अपने गांवों को बचाने की लड़ाई लड़ेंगे। यदि आपने ठान लिया है कि खदान शुरू नहीं होगी, तो इसे शुरू नहीं होने दिया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि उन्होंने विधानसभा के मानसून सत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं को शासन तक पहुंचाया है और सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया है। साथ ही, वे मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर लोक सुनवाई रद्द करने की मांग करेंगे।
ग्रामीणों का संकल्प
ग्रामीणों ने विधायक के समर्थन से अपनी मांगों को लेकर एकजुटता दिखाई और कहा कि वे अपने गांवों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।