
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में आयोजित वृहद वृक्षारोपण सह वनमहोत्सव कार्यक्रम ने एक नया अध्याय जोड़ा। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इसे ऐतिहासिक, अविस्मरणीय और प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि जिला प्रशासन और वन विभाग की इस पहल से पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा मिली है। इस कार्यक्रम में 1 लाख 74 हजार पौधों का रोपण किया गया, जिसमें सभी वर्गों ने अपने-अपने माँ के नाम से एक-एक पौधा लगाया।
उप मुख्यमंत्री, सांसद और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी
संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में आयोजित इस समारोह में उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कांकेर सांसद श्री भोजराज नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी चन्द्राकर, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा चौधरी सहित कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश पटेल, वनमण्डलाधिकारी श्री अभिषेक अग्रवाल, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, गणमान्य नागरिक और आम जनता ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। सभी ने अपनी माताओं के नाम से पौधे रोपे, जिसमें उप मुख्यमंत्री ने माता श्रीमती कृष्णादेवी शर्मा, सांसद ने माता श्रीमती नूतन बाई नाग और कलेक्टर ने माता श्रीमती लिली यादवेन्द्र के नाम से पौधरोपण किया।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को मिला व्यापक समर्थन
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इस अभिनव और जनकल्याणकारी पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक सहभागिता का अनूठा उदाहरण है। उन्होंने कहा, “हमारी माताएँ और बहनें जब कोई संकल्प लेती हैं, तो उसे पूरा करके ही छोड़ती हैं।” उन्होंने कलेक्टर श्रीमती दिव्या मिश्रा की पर्यावरण संरक्षण और पौध संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता की भी प्रशंसा की। श्री शर्मा ने सभी को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधरोपण और उनकी देखभाल की शपथ दिलाई।
सांसद ने बताया मील का पत्थर
सांसद श्री भोजराज नाग ने इस आयोजन को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए पौधरोपण और जल संरक्षण जैसे कार्य आवश्यक हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पुराणों में एक पेड़ लगाने को दस पुत्रों के बराबर माना गया है।” उन्होंने सभी से इस अभियान में योगदान देने की अपील की।
जल जतन और पर्यावरण संरक्षण में बालोद की उपलब्धि
कलेक्टर श्रीमती दिव्या मिश्रा ने बताया कि जिले के सभी पांच विकासखंडों, दो नगर पालिकाओं और सात नगर पंचायतों को वेबएक्स और सोशल मीडिया के माध्यम से इस कार्यक्रम से जोड़ा गया। उन्होंने जिले में घटते भूजल स्तर पर चिंता जताते हुए बताया कि गुरूर विकासखंड क्रिटिकल जोन में है। जल जतन अभियान के तहत बालोद जिला जल संचय में देशभर में तीसरे स्थान पर है।
सम्मान समारोह और सामुदायिक सहयोग
कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया, जिसमें डॉ. पद्म जैन, अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, उप वनमण्डलाधिकारी सुश्री डिम्पी बैस, भिलाई स्टील प्लांट, निको, आईसीआईसीआई बैंक और राइस मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल थे। उप मुख्यमंत्री और अतिथियों ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश
यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि सामुदायिक भागीदारी के साथ बालोद जिले ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। जिला प्रशासन की इस पहल को सभी वर्गों ने सराहा और इसे जन आंदोलन का रूप बताया।