
बालोद जिले में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का नियमित और सघन निरीक्षण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत 20 से अधिक खाद्य पदार्थों के नमूने जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजे गए हैं।
रक्षाबंधन और बरसात के मौसम को देखते हुए विशेष ध्यान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी, खाद्य एवं औषधि विभाग ने बताया कि बरसात के मौसम और रक्षाबंधन त्योहार को ध्यान में रखते हुए होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों, और चाट-पकौड़ी स्टालों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इन प्रतिष्ठानों को साफ-सफाई बनाए रखने, खाद्य पदार्थों को ढककर रखने, और बासी भोजन परोसने से बचने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, होटल और रेस्टोरेंट में उपयोग होने वाले पानी की समय-समय पर जांच कराने का भी निर्देश दिया गया है।
जांच के लिए भेजे गए खाद्य नमूने
निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों से खोवा बरفی, मिनी पेड़ा, पनीर, पका हुआ चावल, बूंदी रायता, समोसा, ग्रेवी, पकी हुई सब्जी, आटा, लेक्टोजेन (इन्फेंट फूड), रसगुल्ला, पकी हुई दाल, चिकन बिरयानी, डोसा पेस्ट, और डोसा नारियल चटनी जैसे 20 से अधिक खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए गए। ये नमूने गुणवत्ता जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजे गए हैं।
चलित प्रयोगशाला वाहन के माध्यम से जागरूकता
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा चलित प्रयोगशाला वाहन के माध्यम से बालोद जिले के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों में निरीक्षण और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक 150 से अधिक खाद्य सामग्रियों के नमूने एकत्र किए गए हैं। निरीक्षण के दौरान एक फर्म से मिक्सचर को नष्ट कराया गया और दो फर्मों को नोटिस जारी किया गया। इसके साथ ही 100 खाद्य कारोबारियों को फॉस्टैक (FoSTaC) प्रशिक्षण प्रदान किया गया, ताकि वे खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन कर सकें।
खाद्य सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
यह अभियान न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि आम जनता और खाद्य कारोबारियों को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित भोजन के प्रति जागरूक करने का भी प्रयास है। विभाग ने सभी खाद्य प्रतिष्ठानों से अपील की है कि वे स्वच्छता और गुणवत्ता के मानकों का पालन करें, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित भोजन उपलब्ध हो सके।