
बालोद थाना क्षेत्र में स्थित दीनदयाल योग फाउंडेशन आश्रम में एक नाबालिग बच्ची से जुड़ा अश्लील वीडियो और दबाव भरी ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अब शहरवासियों का गुस्सा उफान पर है।
अब पाररास वार्ड क्रमांक 01 और 20 के नागरिकों ने एकजुट होकर तहसील कार्यालय का रुख किया। उन्होंने आश्रम की गतिविधियों की उच्च स्तरीय जांच और अवैध कब्जे को तुरंत हटाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
शनिवार सुबह 10 बजे पार्षद कशीमुद्दीन कुरैशी, पुष्पा साहू और रीता सोनी ने बताया कि आश्रम लगभग 50 डिसमिल शासकीय भूमि पर अवैध रूप से बनाया गया है। जिसे विगत पांच वर्षों से बाहरी राज्य के कुछ लोग संचालित कर रहे हैं।
यहां योग अभ्यास के नाम पर झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र जैसी संदिग्ध गतिविधियां खुलेआम चल रही हैं। जिससे पूरे इलाके में भय और अविश्वास का माहौल है।
स्थिति तब और गंभीर हो गई जब एक वीडियो में आपत्तिजनक हरकत सामने आई। वहीं, वायरल ऑडियो में आश्रम का कथित संचालक बच्ची को यह बात अपने माता-पिता को नही बताने के लिए कहते सुना गया। इन घटनाओं ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है।
पार्षद कशीमुद्दीन ने बताया कि इस आश्रम को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की गई थीं। लेकिन न प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए एसडीएम से आश्रम की समस्त गतिविधियों की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच, सरकारी जमीन से अवैध कब्जा तत्काल हटाना और वार्ड में रह रहे नागरिकों की सुरक्षा के लिए एसडीएम को पत्र सौंपा गया है।